इस चुनाव में फालतू मुद्दों को ही असली मुद्दा घोषित कर देना चाहिए. बल्कि अब बाकी के तीन चरणों का चुनाव इस सवाल पर लड़ा जाना चाहिए कि चिलचिलाती धूम में होने वाली रैलियों में हिममानव को लाया जाए या नहीं. अक्षय कुमार को लेकर चर्चा हो चली कि उनकी नागरिकता कनाडा की है इसलिए वोट नहीं दे सकते मगर प्रधानमंत्री का इंटरव्यू ले सकते हैं. आखिर वे इन दिनों सबसे बड़े देशभक्तों में गिने जाते हैं. उनकी हाल की फ़िल्में देख जाइए- देशभक्ति के जज़्बे से ओतप्रोत मिलेंगी. फिल्म 'बेबी' में तो वे हाफ़िज़ सईद से मिलते-जुलते किरदार को पकड़ कर भारत ले आए थे.'हॉलीडे' में उन्होंने स्लीपर सेल ख़त्म किए. टॉयलेट एक प्रेम कथा में उन्होंने शौचालय बनाने की सरकारी मुहिम को एक कामयाब फिल्म में ढाला और पैडमैन में सैनीटरी नैपकीन की मुहिम को बढ़ावा दिया. चुनावों के बीच उन्होंने प्रधानमंत्री का इंटरव्यू तक ले लिया. एक अच्छे एन आर आई की तरह अक्षय अपने फिल्मी किरदार से उन सांसदों से भी ज्यादा मेहनत कर रहे हैं जिन्हें आदर्श गांव के नाम पर गांव गोद में लिए और उस गांव के लिए विदेशी हो गए. अक्षय दिल से भारत को प्यार करते हैं यह काफी है. इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए। फिर भी यह सब साइड की चर्चा है. लेकिन राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर मेन चर्चा बनाने की कोशिश हुई है. बीजेपी के सांसद सुब्रह्मण्यन स्वामी राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल खड़े कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने ये मामला ख़ारिज किया तो वो इसको लेकर गृह मंत्रालय चले आए.
from Videos http://bit.ly/2GU32CM
No comments:
Post a Comment